
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई – UIDAI) ने आधार सत्यापन (Aadhaar Verification) प्रक्रिया को और अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, प्राधिकरण ने एक नई क्यूआर (QR) कोड आधारित ऑफलाइन सत्यापन प्रणाली शुरू की है, जिससे अब इंटरनेट कनेक्शन के बिना भी आधार कार्ड का सत्यापन संभव हो सकेगा।
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यूआईडीएआई का यह कदम दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा, जहाँ इंटरनेट कनेक्टिविटी अक्सर एक चुनौती होती है, यह पहल यूआईडीएआई के ‘एनीटाइम एनीवेयर ऑथेंटिकेशन’ (Anytime Anywhere Authentication) के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाती है।
कैसे काम करती है नई प्रणाली?
इस ऑफलाइन ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया में, उपयोगकर्ता को भौतिक आधार पत्र या पीवीसी कार्ड पर मुद्रित क्यूआर कोड का उपयोग करना होता है, इस कोड को यूआईडीएआई द्वारा उपलब्ध कराए गए Aadhaar QR Scanner नामक आधिकारिक मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से स्कैन किया जा सकता है।
क्यूआर कोड में निवासी की जनसांख्यिकीय जानकारी (नाम, पता, लिंग, जन्मतिथि) और एक फोटोग्राफ एन्क्रिप्टेड (encrypted) रूप में सुरक्षित रहती है, सत्यापन के इच्छुक संगठन या व्यक्ति इस ऐप का उपयोग करके तुरंत और सुरक्षित रूप से इस जानकारी को पढ़ सकते हैं और सत्यापित कर सकते हैं।
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सुरक्षा और गोपनीयता पर जोर
इस नई प्रणाली की एक प्रमुख विशेषता सुरक्षा और गोपनीयता है ऑफलाइन सत्यापन के दौरान, उपयोगकर्ता की 12-अंकीय आधार संख्या को साझा करने की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे डेटा की गोपनीयता सुनिश्चित होती है। क्यूआर कोड में मौजूद डेटा डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित (digitally signed) होता है, जिससे इसकी प्रामाणिकता बनी रहती है और इसमें किसी भी तरह के संभावित बदलाव को रोका जा सकता है।
यूआईडीएआई का यह अभिनव समाधान न केवल सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाता है बल्कि आधार सेवाओं को देश के हर कोने तक पहुँचाने में भी मदद करता है।





