
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार कार्ड की Address Validation Letter और आधार रीप्रिंट सुविधा को आधिकारिक रूप से बंद कर दिया है। इन सेवाओं का इस्तेमाल लाखों लोग करते थे, खासतौर पर वे लोग जिनके पास स्थायी निवास का प्रमाण उपलब्ध नहीं होता था।
अब पता अपडेट करना होगा मुश्किल
पहले UIDAI की ओर से ‘Address Validation Letter’ के जरिये किराएदार, प्रवासी मजदूर या ऐसे लोग जिनके पास खुद का घर नहीं है, आसानी से अपने पते को आधार कार्ड में अपडेट करा पाते थे। इस लेटर की मदद से बिना वैध डॉक्यूमेंट भी एड्रेस बदलना संभव था।
लेकिन अब यह सुविधा बंद होने के बाद नागरिकों को UIDAI द्वारा स्वीकृत डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट में से ही कोई वैलिड दस्तावेज देना होगा। जिनके पास यह डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं, उन्हें आधार में पता अपडेट कराने में कठिनाई होगी।
आधार रीप्रिंट की जगह आया PVC आधार
अब तक आधार धारक अपने आधार कार्ड खो जाने या खराब हो जाने पर रीप्रिंट ऑर्डर कर सकते थे। लेकिन यह सुविधा भी अब हटा दी गई है। इसकी जगह UIDAI ने PVC आधार कार्ड का विकल्प लागू किया है।
नया PVC कार्ड डेबिट/क्रेडिट कार्ड के आकार का होता है और दिखने में ज्यादा टिकाऊ है। इसके लिए नागरिकों को 50 रुपये का शुल्क देकर UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप से ऑर्डर करना होगा।
नागरिकों पर होगा क्या असर
- जिन लोगों के पास पते से जुड़े मान्य दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें अब एड्रेस अपडेट कराने में सबसे ज्यादा परेशानी होगी।
- आधार कार्ड खो जाने या फट जाने पर रीप्रिंट नहीं मिल सकेगा, बल्कि PVC कार्ड के लिए ही आवेदन करना होगा।
- एड्रेस या किसी भी जानकारी में बदलाव करने के लिए अब प्रक्रिया अधिक सख्त और दस्तावेज-आधारित हो गई है।
- ऑनलाइन सेवाओं के जरिए काम पहले से अधिक समय और मेहनत ले सकते हैं, क्योंकि अब सिर्फ डॉक्यूमेंट बेस्ड ही बदलाव संभव है।
यह भी पढ़ें: आधार की नई टेंशन! अगर नजरअंदाज की ये बात तो पछताएंगे
क्यों लिए गए ये फैसले?
UIDAI के मुताबिक, इन बदलावों का उद्देश्य आधार कार्ड सेवाओं को और ज्यादा सुरक्षित और मजबूत बनाना है। Address Validation Letter जैसी सुविधा में कई बार दुरुपयोग की संभावना होती थी। वहीं PVC कार्ड पुराने आधारपेपर कार्ड की तुलना में ज्यादा टिकाऊ और सुविधाजनक है।





