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1 नवंबर से बदल गए आधार कार्ड के नियम! UIDAI ने किया बड़ा ऐलान – अब नाम, पता और मोबाइल अपडेट होगा घर बैठे, जानें पूरी प्रक्रिया

UIDAI ने आधार कार्ड अपडेट सिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। अब नाम, पता, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर ठीक करने के लिए अब केंद्र जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जानें कैसे करें ऑनलाइन अपडेट और क्या हैं नई फीस व आखिरी तारीख।

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1 नवंबर से बदल गए आधार कार्ड के नियम! UIDAI ने किया बड़ा ऐलान – अब नाम, पता और मोबाइल अपडेट होगा घर बैठे, जानें पूरी प्रक्रिया - E Aadhaar Card - Update Aadhaar, Download And Check Link Status
1 नवंबर से बदल गए आधार कार्ड के नियम! UIDAI ने किया बड़ा ऐलान – अब नाम, पता और मोबाइल अपडेट होगा घर बैठे, जानें पूरी प्रक्रिया – E Aadhaar Card – Update Aadhaar, Download And Check Link Status

नया डिजिटल युग लगातार सरकारी सेवाओं को आसान, पारदर्शी और सुलभ बनाने की ओर अग्रसर है। इसी दिशा में यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने 1 नवंबर 2025 से आधार कार्ड अपडेट प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल कर दिया है। अब लोगों को छोटे-बड़े बदलाव के लिए सेवा केंद्र की लंबी कतारों, फॉर्म और भारी दस्तावेजी प्रक्रिया से निजात मिल गई है। पेश है, आधार अपडेट के नए डिजिटल नियमों पर एक्सपर्ट व्यू और आपके लिए स्टेप-बाय-स्टेप निर्देश।

क्यों हुआ आधार अपडेट ऑनलाइन?

भारतीय नागरिकों के लिए आधार अब एक सर्वव्यापी पहचान पत्र बन चुका है। चाहे सरकारी सब्सिडी लेनी हो, बैंक खाता खुलवाना हो या टैक्स रिटर्न फाइल करना – हर जगह आधार अनिवार्य है। पिछले कुछ वर्षों में UIDAI की कोशिश रही है कि आम जनता को कम से कम परेशानी हो और उनकी डेटा सुरक्षा बनी रहे। इसी सोच के साथ अब UIDAI ने डिजिटल आधार अपडेट सुविधा लागू कर दी है।

मुख्य बदलाव और नई सुविधाएं

अब नाम, पता, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर में बदलाव के लिए आपको अपने घर से ही सब कुछ किया जा सकता है। इसके लिए बस आपके पास इंटरनेट और आधार में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर होना चाहिए। इस प्रक्रिया में आपके डॉक्युमेंट्स सरकारी डेटाबेस जैसे पैन, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस से ऑटो-वेरिफाई होंगे। इससे अलग-अलग डाक्यूमेंट्स अपलोड करने की आवश्यकता केवल खास मामलों में ही पड़ेगी।

बायोमीट्रिक अपडेट अभी भी सेवा केंद्र पर

फिंगरप्रिंट, फोटो या आईरिश स्कैन जैसी संवेदनशील जानकारियों के बदलाव के लिए सुरक्षा कारणों से फिजिकल वेरिफिकेशन अनिवार्य रखा गया है। इसके लिए नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर ही जाना होगा।

ताजा फीस स्ट्रक्चर – अपडेट सेवाएं विस्तार से

अपडेट प्रकारशुल्क (रुपये में)अतिरिक्त जानकारी
डेमोग्राफिक (नाम/पता/मोबाइल/ DOB)75ऑनलाइन या सेवा केंद्र दोनों से
बायोमीट्रिक (फिंगर/फोटो/आइरिश)125केवल सेवा केंद्र पर
ऑनलाइन डॉक्युमेंट अपलोड14 जून 2026 तक फ्रीबाद में ₹125 लगेंगे
बच्चों (5-7, 15-17 वर्ष) बायोमीट्रिकफ्रीकोई शुल्क नहीं

UIDAI का यह कदम प्रक्रिया को एकीकृत और पारदर्शी बनाने के लिए है, जिससे हर नागरिक को एक जैसी सुविधा मिल सके।

आधार-पैन लिंकिंग अब अनिवार्य

एक और अहम बदलाव: अब UIDAI और आयकर विभाग ने तय किया है कि 31 दिसंबर 2025 तक हर नागरिक को आधार-पैन की लिंकिंग करानी होगी। जो व्यक्ति समयसीमा में यह नहीं करते, उनका पैन कार्ड 1 जनवरी 2026 से निष्क्रिय घोषित कर दिया जाएगा।

नए पैन आवेदकों के लिए भी आधार से डाटा सत्यापन जरूरी हो गया है। इससे आयकर और बैंकिंग सिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा।

बैंकों और NBFCs के लिए सख्त KYC नियम

UIDAI ने बैंकों व नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के लिए भी EKYC व्यवस्था और भी मजबूत कर दी है, ताकि ग्राहकों की पहचान बिना कागजी झंझट के तेज और भरोसेमंद तरीके से हो सके। अब वीडियोकॉल वेरिफिकेशन, OTP या इन-पर्सन कन्फर्मेशन – ये सुविधाएं अनिवार्य बनाई गई हैं।

घर बैठे आधार अपडेट: पूरा स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस

  1. सबसे पहले myAadhaar पोर्टल पर जाएं।
  2. आधार नंबर डालें और लॉगिन करें।
  3. रजिस्टर्ड मोबाइल पर आए OTP से ऑथेंटिकेशन करें।
  4. “Update Aadhaar” चुनें और जिसमें बदलाव करना है, वह सेक्शन सिलेक्ट करें।
  5. जरूरी डाक्यूमेंट्स अपलोड करें।
  6. समिट करें और रिक्वेस्ट की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक करें।
  7. वेरिफिकेशन पूरा होते ही अपडेटेड डिटेल्स ऑटोमैटिकली आपके प्रोफाइल में दिखने लगेंगी।

मुफ्त ऑनलाइन अपडेट सुविधा कब तक?

UIDAI ने राहत देते हुए घोषणा की है कि 14 जून 2026 तक आधार में ऑनलाइन डेमोग्राफिक बदलाव पूरी तरह फ्री रहेगा। इसके बाद ₹125 शुल्क तय किया गया है। ध्यान रहे, OTP वेरिफिकेशन के लिए मोबाइल नंबर पहले से ही आधार से लिंक होना चाहिए।

इन बदलावों के बड़े फायदे

  • समय की बचत: अब किसी फिजिकल केंद्र जाने की जरूरत नहीं।
  • खर्च में कटौती: 2026 तक मुफ्त सुविधा और कम फीस।
  • डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन: भारत के डिजिटल इंडिया मिशन को ताकत मिलेगी।
  • डेटा की सुरक्षा: सरकारी डेटाबेस से वेरिफिकेशन, डेटा की सुरक्षा और फर्जीवाड़ा रुकावट।
  • प्रक्रिया में पारदर्शिता: डिजिटल रिकॉर्ड्स और ऑटो वेरिफिकेशन से ट्रैकिंग आसान।
Author
Vishal Kumar

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